तुम से दूर क्या रहूँ, ऐ हुज़ूर क्या करुँ?
नज़र आते हो, बस तुम ही तुम||
तुम बस तुम, तुम बस तुम, तुम बस तुम|
नज़र आते हो, बस तुम्ही तुम|
खुली जुल्फें, झुकी पलकें,और चाहतों में तुम,
तुमको भूल ना सकूँ, ऐ हुज़ूर क्या करुँ?
नज़र आते हो, बस तुम ही तुम||
तुम बस तुम, तुम बस तुम, तुम बस तुम|
नज़र आते हो, बस तुम्ही तुम|
एक सपना निगाहों में, ख्वाहीशों में तुम,
ख्वाहीशों में तुम, बस तुम ही तुम|
तुम बस तुम, तुम बस तुम, तुम बस तुम|
नज़र आते हो, बस तुम्ही तुम|